गाड़ी का इंश्योरेंस करवाते समय इन बातो का रखे ध्यान, वरना बाद में पछताना पड़ सकता है।

अक्सर जब भी हम अपनी गाडी का इंश्योरेंस करवाते है। तो हम बिना जांच पड़ताल के किसी भी बीमा कंपनी से अपनी गाडी का इंश्योरेंस करवा लेते है। इसलिए आज के अपने इस आर्टिकल में हम आपको इंश्योरेंस से संबधित कुछ ऐसे महत्वपूर्ण बातों के बारे में जानकारी देने वाले हैं। जिसकी मदद से आपको सही कीमत में सही बीमा चुनने में मदद मिलेगी। तो आइये जानते है इंश्योरेंस से संबधित उन सभी महत्वपूर्ण बातों के बारे में, जिसकी मदद से आपको सही कीमत में सही बीमा चुनने में मदद मिल सकती है।

IDV की करें जांच

जब भी आप अपनी गाडी के लिए इंश्योरेंस लेते है, तो IDV की जांच अवसर कर ले। IDV का मतलब होता है इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू। जब भी आपकी गाडी चोरी हो जाए या फिर किसी कारणवश दुर्घटना का शिकार हो जाये. तो इस स्तिथि में आपको IDV के तहत अच्छी रकम बीमा के तौर पर मिलती है।

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समझें दो इंश्योरेंस में अंतर

दरसल इंश्योरेंस दो प्रकार के होते है। एक थर्ड पार्टी इंश्योरेंस और कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस। थर्ड पार्टी का इंश्योरेंस लेने पर कंपनी दूसरी पार्टी की संपती और वाहन के नुकसान की भरपाई करती है। जबकि कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस दोनों पार्टी के नुकसान की भरपाई करती है।

प्रीमियम के रेट एक बार आवश्यक चैक करें

अपनी गाडी का इंश्योरेंस लेते समय आप प्रीमियम के रेट को एक बार अवश्य चैक कर ले अन्यथा आपको भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। क्यूंकि बहुत सी बीमा कंपनीयां आपको सस्ता इंश्योरेंस तो दे देती है। लेकिन आपको अच्छी सुविधा प्रदान नहीं करती है। इसलिए गाडी का इंश्योरेंस लेते समय आप प्रीमियम के रेट को एक बार अवश्य चैक कर ले |

ऐसे इंश्योरेंस की तुलना अवश्य करे

जब भी आप अपनी गाडी के लिए इंश्योरेंस लेते है, तो एक बार दूसरी कंपनीयों के भी इंश्योरेंस की लिस्ट को अवश्य चैक कर ले यानी की अपनी गाडी के लिए इंश्योरेंस लेते समय दूसरे कंपनी के इंश्योरेंस की तुलना अवश्य करे। जिससे आपको अच्छी बीमा कंपनी का चयन करने में आसानी होंगी |

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